Title : चौदवीं का चाँद हो
Movie/Album/Film: चौदवीं का चाँद -1960
Music By: रवि
Lyrics : शकील बदायुनी
Singer(s): मो.रफी
चौदवीं का चाँद हो, या आफताब हो
जो भी हो तुम खुदा की कसम, लाजवाब हो
चौदवीं का चाँद हो…
जुल्फें हैं जैसे काँधों पे बादल झुके हुए
आँखें हैं जैसे मय के प्याले भरे हुए
मस्ती है जिसमें प्यार की तुम, वो शराब हो
चौदवीं का चाँद हो…
चेहरा है जैसे झील में हँसता हुआ कँवल
या ज़िन्दगी के साज़ पे छेड़ी हुई ग़ज़ल
जाने बहार तुम किसी शायर का ख्वाब हो
चौदवीं का चाँद हो…
होठों पे खेलती हैं तबस्सुम की बिजलियाँ
सजदे तुम्हारी राह में करती है कहकशां
दुनिया-ए-हुस्नो-इश्क का तुम ही शबाब हो
चौदवीं का चाँद हो…