Ek Aaye Ek Jaaye Lyrics-Shyamal Mitra, Musafir-एक आए एक जाए मुसाफिर
Movie/Album: मुसाफिर (1957)
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: श्यामल मित्रा
एक आए एक जाए मुसाफिर
दुनिया एक सराय रे
एक आए एक जाए…
अलबेले अरमानों के तूफ़ान लेकर आए
नादान सौ बरस के सामान लेकर आए
और धूल उड़ाता चला जाए
एक आये एक जाए…
दिल की जुबां अपनी है, दिल की नज़र भी अपनी
पल भर में अनजाने से पहचान भी हो जाए
पहचान दो घड़ी की बन प्यार मुस्कुराये
दो दिन की ज़िन्दगी रंग लाये
एक आये एक जाए…