Title – मन क्यूँ बहका री Lyrics
Movie/Album- उत्सव Lyrics-1986
Music By- लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics- वसंत देव
Singer(s)- लता मंगेशकर, आशा भोंसले
मन क्यों बहका री बहका, आधी रात को
बेला महका री महका, आधी रात को
किसने बंसी बजाई, आधी रात को
जिसने पलकें चुराई, आधी रात को
झांझर झमके सुन झमके, आधी रात को
उसको टोको ना रोको, रोको ना टोको, टोको ना रोको, आधी रात को
लाज लागे री लागे, आधी रात को
देना सिंदूर क्यों सोऊँ आधी रात को
मन क्यों बहका री…
बात कहते बने क्या, आधी रात को
आँख खोलेगी बात, आधी रात को
हमने पी चाँदनी, आधी रात को
चाँद आँखों में आया, आधी रात को
मन क्यों बहका री…
रात गुनती रहेगी, आधी बात को
आधी बातों की पीर, आधी रात को
बात पूरी हो कैसे, आधी रात को
रात होती शुरू है, आधी रात को
मन क्यों बहका री…