Title – फिर छिड़ी रात Lyrics
Movie/Album- बाज़ार Lyrics-1982
Music By- खैय्याम
Lyrics- मखदूम मोहिउद्दीन
Singer(s)- लता मंगेशकर, तलत अज़ीज़
फिर छिड़ी रात, बात फूलों की
रात है या बारात फूलों की
फूल के हार, फूल के गजरे
शाम फूलों की, रात फूलों की
फिर छिड़ी रात…
आपका साथ, साथ फूलों का
आपकी बात, बात फूलों की
फिर छिड़ी रात…
फूल खिलते रहेंगे दुनिया में
रोज़ निकलेगी बात फूलों की
फिर छिड़ी रात…
नज़रें मिलती हैं जाम मिलते हैं
मिल रही है हयात फूलों की
फिर छिड़ी रात…
ये महकती हुई ग़ज़ल मखदूम
जैसे सहरा में रात फूलों की
फिर छिड़ी रात…