सब जग डरपै काल सों, ब्रह्मा विष्णु महेश |
सुर नर मुनि औ लोक सब, सात रसातल सेस ||
व्याख्या:
ब्रह्मा, विष्णु, महेश, सुर, नर, मुनि और सब लोक, साल रसातल तथा शेष तक जगत के सरे लोग काल के डरते हैं |
सब जग डरपै काल सों, ब्रह्मा विष्णु महेश |
सुर नर मुनि औ लोक सब, सात रसातल सेस ||
व्याख्या:
ब्रह्मा, विष्णु, महेश, सुर, नर, मुनि और सब लोक, साल रसातल तथा शेष तक जगत के सरे लोग काल के डरते हैं |